Hindi Diwas 2022: जैसी की आप सभी पता है 14 सितम्बर को मनाया जाता है, इसके पीछे का महत्त्व है, दोस्तों आज समय में हिंदी भाषा हमारी राष्ट्रिय भाषा के रूप में मणि जाती है, और हमारे देश भारत में हिंदी भाषा को बहुत महत्त्व दिया जाता है,
हिंदी भाषा के बारे में (Hindi Diwas 2022)
भारत की संविधान सभा ने 1949 में हिंदी भाषा को भारत की आधिकारिक भाषाओ में से एक के रूप में अपनाया और मान्यता दी
हिंदी भाषा देवनागरी लिपि में लेखी जाती है,
दुनिया में बोली जाने वाली कुछ भाषाओ में हिंदी पांचवी सबसे अधिक बोली जाती है
सविधान का अनुच्छेद 343 भारत की राजभाषा से संबधित है ।
14 सितम्बर का महत्त्व
14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया था, साथ ही 14 सितम्बर को राजेंद्र सिम्हा की जयन्ती है, जिन्होंने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा बनाने की दिशा में अथक प्रयाश किया ।
हिंदी भाषा का इतिहास तथा विकाश
भाषा परिवार के आधार पर हिंदी भारोपीय परिवार की भाषा है, भारत में 4 भाषा परिवार है.
- 1 भारोपीय – 73 प्रतिसत
- 2 द्रविड़ 25 प्रतिशत
- 3 – आसिट्रक – 1 . 3 प्रतिशत
- 4 – चीनी तिब्बती – 0 .07 प्रतिशत
हिंदी को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल
- शिक्षा मंत्रालय ने 1960 में केंद्रीय हिंदी निर्देशालय की स्थापना की
- भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् ने विदेशो में विभिन्न विदेशी संस्थानों ने हिंदी चेयर की स्थापना की है
- स्व-शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक स्व – शिक्षण एप्लीकेशन लीला – राजभाषा बनाई गई है.
- राजभाषा गौरव पुरस्कार और राजभाषा कीर्ति पुरस्कार हिंदी भाषा में योगदान के लिए दिए जाते है,
इस तरह से आप अब आप समझ ही गए होगी की आखिर हिंदी भाषा का कितना ज्यादा महत्त्व है हिंदी भाषा की तरफ सरकार भी जोर दे रही है जिससे की लोग हिंदी भाषा का सम्मान करे।