ration Card:- जैसा कि मित्रों आप सभी को पता है कि राशन कार्ड धारकों ko मुफ्त में राशन दिया जा रहा था लेकिन कोरोना काल में मुफ्त में राशन मिलने का समय जुलाई तक ही था इसके बाद से ही किसी भी व्यक्ति को राशन कार्ड पर निशुल्क खाद्य सामग्री नहीं मिलेगा।

हमारे भारत में कोरोना जैसी महामारी फैली थी तब हमारी सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना चलाई गई जिसके तहत गरीब लोगों को अनाज एवं अन्य खाद्य वस्तुओं लोगो को दी गई।
कोरोना जैसी महामारी में सरकार ने सभी लोगों को 2 साल तक मुफ्त राशन दिया, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार द्वारा अब मुफ्त में राशन नहीं दिया जाएगा इसके बदल में बकाया पैसे देने पड़ेंगे।
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हमारे भारत देश में राशन कार्ड से संबंधित दो योजनाएं चलाई जा रही हैं पहली योजना का नाम है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना तथा दूसरी योजना का नाम नेशनल फूड सिक्योरिटी की योजनाएं चलाई जा रही हैं इन योजनाओं के तहत लोगों को खाद्य वस्तुएं प्रदान की जाते हैं।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत क्या-क्या फ्री मिलता है।
इस योजना के तहत आपको 3 किलो गेहूं तथा 2 किलो चावल दीया जाता है हालांकि सरकार द्वारा इस बात पर विचार किया जा रहा है कि लोगों को इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ दिया जाए। इस योजना के तहत आपको सरसों का तेल भी दिया जाता है एवं आयोडीन नमक दिया जाता है। कार्ड धारकों को महीने में दो बार मिलेगी निशुल्क सुविधा.
सरकार का ऐसा मानना है कि इस योजना के तहत लोगों को 3 किलो गेहूं की जगह 5 किलो गेहूं दिया जाए एवं 2 किलो चावल की जगह 5 किलो चावल दिए जाएं.
राशन कार्ड धारकों को महीने में दो बार मिलेगी निशुल्क सुविधा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार द्वारा राशन कार्ड धारकों को मिलने वाला तेल एवं चावल आयोडीन नमक इत्यादि सामान महीने में दो बार निशुल्क मिलने की सुविधा दी जा रही है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत जनपद को हर महीने गेहूं 80 हजार क्विंटल दिया जाता था लेकिन इस बार गेहूं की खरीदारी कम होने की वजह से इस पर अभी रोक लगा दिया है खबर के मुताबिक 5 महीने के गेहूं नहीं मिलेगा, एवं इसके बदले में आपको चावल दिए जाएंगे।
सभी डीएम को भेजा गाया पत्र
केंद्र सरकार की तरफ से इस बार गेहूं की खरीदरी में काफी कमी देखी गई है जिस वजह से उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में इस बार गेहूं नहीं मिल पाएगा इसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि गेहूं की खरीदारी में कमी होने के कारण इस बार गेहूं की जगह चावल देने की योजना बनाई जा रही है।