GST in AIIMS: GST का असर, AIIMS का प्रवाइट वार्ड महंगा हुआ, जानिए अब एक दिन का चार्ज कितना हो गया।

GST in AIIMS:- नमस्कार मित्रों दुनिया में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा उसके बारे में नहीं जानता होगा जिसे एम्स के बारे में जानकारी नहीं है तो उसकी जानकारी के लिए बता दें कि aiims सरकारी हॉस्पिटल प्राइवेट हॉस्पिटल को मिलाकर बनाया गया है जिसमें सभी प्रकार का इलाज किया जाता है और दुनिया की सभी बीमारियों की दवा की एम्स हॉस्पिटल में मिलती है।

आज के समय में AIIMS हॉस्पिटल में इलाज करना बहुत ही आसान हो गया है क्युकी जब से भारत सरकार के दृआरा आयुष्मान कार्ड उपलब्ध हो गया है। तब से भारत के सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटल एम्स में इलाज कराना बेहद आसान हो गया है। इसी के चलते ज्यादातर लोग अब AIIMS हॉस्पिटल में दवाएं करवाने जाते है। लेकिन जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है और वह प्राइवेट एम्स में दवाई कराने के लिए जाते हैं। और भारत सरकार ने एम्स हॉस्पिटल में जीएसटी दर बढ़ाने की वजह से प्राइवेट बस का किराया जो कि पहले ₹6000 था उसे बढ़ाकर ₹6300 कर दिया गया है। जिस पर 5% जीएसटी बिल के साथ प्राइवेट बस का किराया ₹6300 कर दिया गया है।

यह थे आदेश।

आज से कुछ साल पहले एम्स हॉस्पिटल का प्राइवेट वालों का किराया लगभग ₹300 हुआ करता था लेकिन समय के चलते एम्स हॉस्पिटल में लगातार प्राइवेट बसों का किराया बढ़ता जा रहा है जिससे लोगों को बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है बता दें कि एम्स के प्राइवेट वार्ड में 500 से भी ज्यादा बेड हो गई है क्योंकि इससे पहले corena काल में एम्स हॉस्पिटल में बैठो की काफी कमी देखी गई थी जिसको देखते हुए भारत सरकार ने सभी एम्स हॉस्पिटल में वेदों की संख्या बढ़ा दी है। इसी के साथ आउट सभी प्राइवेट वालों के वेड्स पर 5% की दर से जीएसटी वसूला जाएगा।

अब तक की श्रेणी के प्राइवेट वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों को 10 दिन के लिए अग्रिम शुल्क को ₹35000 व डीलक्स गाड़ी के प्राइवेट वार्ड में भर्ती होने के लिए कुल ₹63000 अग्रिम शुल्क जमा होता था।

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