आज हम जानेंगे Output डिवाइस क्या है जिसके माध्यम से आप हमारा आर्टिकल पढ़ पा रहे है वो भी एक Output डिवाइस है। आउटपुट डिवाइस वे डिवाइस होती है जिनके माध्यम से आप इनपुट डिवाइस द्वारा निर्देश को प्रोसेसिंग होने के बाद जिस डिवाइस में परिणाम की हार्डकॉपी के रूप में प्रिंटर या सॉफ्ट कॉपी में मॉनिटर दिखता या प्रदान करता है वह आउटपुट डिवाइस कहलाता है। कंप्यूटर में कई प्रकार के आउटपुट डिवाइस को कांनेक्ट किया जाता है। कुछ डिवाइस की लिस्ट नीच दी गयी है।
- Monitor (मॉनिटर)
- Printer (प्रिंटर)
- Plotter (प्लॉटर)
- Speaker (स्पीकर)
Monitor (मॉनिटर) क्या है।
मॉनिटर Output डिवाइस को विजुअल डिस्प्ले यूनिट कहा जाता है। यह देखने में Tv की तरह होता है। कंप्यूटर के लिए मॉनिटर एक सबसे महत्पूर्ण आउटपुट डिवाइस होता है, मॉनिटर के बिना कंप्यूटर अधूरा है। मॉनिटर अपनी स्क्रीन पर सॉफ्ट कॉपी के रूप में प्रदर्शित करता है। मॉनिटर रंगो के आधार पर तीन प्रकार के होते है।

- monochrome (मोनोक्रोम)
- Gray-Scale (ग्रे-स्केल)
- Color Monitors (रंगीन मॉनिटर)
Printer क्या है
प्रिंटर Output डिवाइस का उपयोग कंप्यूटर में संग्रहित सूचना को कागज पर छापने के लिए किया जाता है। यह कंप्यूटर में संग्रहित टेक्स्ट ,इमेज ,डॉक्यूमेंट इत्यादि को प्रिंट कर सकता है। यह डिवाइस कंप्यूटर से अलग होती है। यदि कंप्यूटर में प्रिंटर नहीं हो तो कंप्यूटर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता लेकिन अगर हमें कंप्यूटर से हार्ड कॉपी चाहिए तो हमें प्रिंटर की आवश्यकता पढ़ सकती है। प्रिंटर को कंप्यूटर से कांनेक्ट करने के लिए हमें केबल की जरूत पढ़ती है। आज के समय में सबसे बेहतरीन प्रिंटर HP LaserJet M1005 Multifunction printer है, और यह सबसे ज्यादा यूज़ किये जाने वाला सबसे भरोसेमंद प्रिंटर है। इसमें प्रिंटर और स्कैनर दोनों दिए जाते है। इसकी मदद से हम अपने डॉक्यूमेंट को स्कैन कर के रख सकते है, तथा आवश्यकता अनुसार उनको प्रिंट कर सकते है।

Plotter क्या है
Plotter Output डिवाइस एक कंप्यूटर हार्डवेयर डिवाइस है जो प्रिंटर की तरह कार्य करती है इसका उपयोग मुख्यता ग्राफ़िक्स प्रिंट करने के लिए किया जाता है। Plotter प्रिंटर की तुलना में बड़े प्राफिक्स को प्रिंट कर सकता है। Plotter से हम चित्र , चार्ट , ग्राफ आदि को बड़ी आसानी से प्रिंट कर सकते है तथा इससे 3D प्रिंटिंग भी कर सकते है इससे अधिकतर बैनर ,पोस्टर आदि को प्रिंट किया जाता है ।

प्लॉटर के लाभ-
- प्लॉटर कागज की बड़ी शीट पर आसानी से प्रिंट कर सकता है।
- प्लॉटर से पिलाईबुड, अल्युमीनियम ,स्टील शीट ,कार्डबोर्ड ,और प्लास्टिक सहित फ्लैट सामग्री पर आसानी से प्रिंट कर सकता है।
- प्लॉटर से किसी भी समान पैट्रन को बिना किसी इमेज खराबी के हजारो बार बड़ी आसानी से बनाया जा सकता है।
प्लॉटर की कमियां –
- प्लॉटर साइज में काफी बड़ा होता है।
- प्रिंटर की तुलना में प्लॉटर की कीमत काफी अधिक होती है
स्पीकर क्या है
स्पीकर एक आउटपुट डिवाइस है जिसका उपयोग हम ध्वनि व आवाज सुनने के लिए प्रयोग करते है इसका उपयोग मुख्यतः म्यूजिक ,वीडियो सुनने के लिए किया जाता है। कंप्यूटर स्पीकर से निकलने वाली ध्वनि के सिंगल कार्ड द्वारा बनाये जाते है। IBM कम्पनी ने 1981 में पहला इंटरनल कंप्यूटर बनाया जिसकी साउंड क्वालिटी ज्यादा अच्छी नहीं थी।

स्पीकर कैसे काम करते है
स्पीकर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगो को ध्वनि में बदल देता है। कंप्यूटर या किसी अन्य डिवाइस से रिसीवर के द्वारा या इनपुट प्राप्त करता है। इनपुट दो प्रकार का हो सकता है एनालॉग या डिजिटल एनालॉग स्पीकर आसानी से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगो में बदल देता है।
लेकिन डिजिटल स्पीकर डिजिटल सिग्नल को एनालॉग में बदल सकता है। इसके बाद ध्वनि तरंगे निकलती है। Frequency से निकलने वाली ध्वनि से उतर चढाव को मापा जा सकता है। मार्किट में कई प्रकार के स्पीकर ,Sub-woofer,Hometheater आदि उपलब्ध है जिनको आप बड़ी आसानी से मार्किट या ऑनलाइन परचेस या खरीद कर सकते है।